Top 10 Rajput Warrior | भारत के 10 ऐसे क्षत्रिय योद्धा जिन्होंने कभी हार नहीं मानी
भारत वैसे तो वीरों ओर वीरांगनाओ की जन्मस्थली रहा है, और इनमें सबसे अग्रणी रहे क्षत्रिय । आज हम आपको 10 क्षत्रिय योद्धा Top 10 Rajput Warrior के विषय मे बताने जा रहे है । जिन्होंने आजीवन संघर्ष किया किन्तु कभी हार नही मानी और अपने कुल और क्षत्रिय रक्त का मान रखा ।
1. महाराणा प्रताप
हिंदुआ सूरज मेवाड़ रत्न महाराणा प्रताप ने अपने जीवन मे सैकड़ो युद्ध लड़े ओर सदैव मुगलों से संघर्षरत रहे । अपने से अधिक शक्तिशाली अकबर की सेना को गोरिल्ला युद्ध के माध्यम से कड़ी टक्कर दी थी । महाराणा ने दिवेर के युद्ध में अकबर को भयकर तरीके से हराया था , इस युद्ध मे अकबर के 30 हजार से अधिक सैनिको ने महाराणा प्रताप के आगे घुटने टेककर आत्मसमर्पण किया था । Top 10 Rajput Warrior

2. राव चंद्रसेन
मारवाड़ के इस शेर ने भी महाराणा प्रताप की भांति मुगलों से आजीवन संघर्ष किया था, इन्होंने मारवाड़ रियासत की रक्षा हेतु ओर अकबर की फुट नीति के खिलाफ खड़े होकर मुगल सेना से युद्ध किये । अकबर ने राव चंद्रसेन जी से 4 युद्ध लड़े थे, सभी मे मुगल सेना को पराजय हाथ लगी । इसके बाद कई बार अकबर ने राव चंद्रसेन जी को मित्रता का संदेश भेजकर कूटनीति अपनाई थी, किन्तु राव चंद्रसेन जी ने बिना प्रलोबन के जीवन पर्यन्त संघर्ष किया और कभी हार नही मानी । Top 10 Rajput Warrior

3. बाबू वीर कुंवर सिंह
1857 कि क्रांति के महानायक बिहार के बाबू वीर कुंवर सिंह का नाम आज बच्चा बच्चा जानता है । इन्होंने 80 साल की उम्र में क्रांति में अहम भूमिका निभाई थी और ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ अपना मौर्चा खोल दिया था । इन्होंने अंग्रेजो से कई लड़ाईया लड़ी ओर विजय ध्वज लहराया । Top 10 Rajput Warrior

4. वीरमदेव चौहान
वीरमदेव चौहान अत्यधिक बलवान और सुंदर देह के धनी थे । उनकी इसी बात पर तुर्की सुल्तान अल्लाउदीन खिलजी की बेटी का दिल वीरमदेव जी पर आ गया था । खिलजी ने वीरमदेव जी को शादी का न्योता भेजा और कहाँ या तो शादी करके आदि विरासत प्राप्त करो या फिर युद्ध को तैयार रहो । वीरमरदेव जी ने अपने कुल और मान की रक्षा हेतु खिलजी से भयंकर युद्ध किया और शाका करके इतिहास में अपना नाम अमर कर लिया । Top 10 Rajput Warrior

5. वीर दुर्गादास राठौड़
दुर्गादास राठौड़ जी ने औरंगजेब की सम्पूर्ण इस्लाम की मंशा को धराशाही कर दिया था । इन्होंने जोधपुर के वारिश अजीतसिंह जी की रक्षा और पालन पोषण कर मारवाड़ को राजा विहीन होने से बचाये रखा । जीवनपर्यन्त औरंगजेब ओर हिन्दू विरोधी ताकतों से संघर्ष करते रहे किन्तु कभी हार नही मानी । अंत मे अजीतसिंह जी को जोधपुर की गद्दी पर बैठाकर अपना जीवन सफल बनाया । Top 10 Rajput Warrior

6. चक्रवर्ती क्षत्रिय सम्राट मिहिरभोज प्रतिहार
आदिवराह क्षत्रिय सम्राट मिहिरभोज प्रतिहार के विषय मे तो सम्पूर्ण विश्व जानता है । इन्होंने पश्चिम से आने वाले तुर्को के आक्रमण को ना सिर्फ रोका एवं उनको इतना मारा और काटा की लगभग 300 वर्षो तक भारत मे कोई तुर्की आक्रमण नही हुवे फिर । इन्होंने भारत की कला और संस्कृति में महत्वपूर्ण योगदान दिया । राजपूत प्रतिहारो का सदैव ऋणी रहे यह भारतवर्ष । Top 10 Rajput Warrior

7. महाराजा छत्रसाल बुंदेला
इन्होंने अपनी एक छोटी सी सेना बनाकर मुगल बादशाह औरंगजेब से टक्कर ली और उसे परास्त करके बुंदेलखंड राज्य की पुनर्स्थापना की । महाराजा छत्रसाल जी ने एक मजबूत और स्वतंत्र राज्य का निर्माण कर अपनी शक्ति को बहुत अधिक बढ़ाया । आजीवन मुगलों से संघर्ष किया किन्तु कभी ना झुके ना कभी हार मानी । नमन है इस वीर योद्धा को । Top 10 Rajput Warrior

8. राणा सांगा
सही मायने में इन्होंने हिन्दू राज्य की थी, इसलिए इन्हें “हिंदुपति” के नाम से भी जाना जाता है । बाबर ओर इब्राहिम लोधी को एकमात्र इन्होंने परास्त किया था । यह आजीवन युद्ध रत रहे । इनके शरीर पर युद्ध के 80 घाव थे जो उनकी वीरता की गाथा गाते थे । आजीवन हिंदुत्व की रक्षा की ओर कभी हार नही मानी । शत शत नमन है इस वीर योद्धा को। Top 10 Rajput Warrior

9. महाराव शेखाजी
महाराव शेखाजी को शेखावाटी का जनक और शेखावत वंश का आदि पुरुष भी कहाँ जाता है । इन्होंने एक छोटे से ठिकाने को अपनी मजबूत रणनीति और शौर्य के बल पर 360 गांवो पर अपना अधिकार कर एक स्वतंत्र राज्य शेखावाटी का निर्माण किया था । इन्होंने नारी के सम्मान की रक्षा हेतु गौड़ राजपूतों से कई लड़ाईया लड़ी और अपनी अंतिम स्वास तक हार नही मानी । इतिहास में पहली बार इन्होंने पठानों को अपनी सेना में भर्ती कर जाती सामंजस्य स्थापित किया था । Top 10 Rajput Warrior

10. क्षत्रिय सम्राट पृथ्वीराज चौहान
11 वर्ष की उम्र में पृथ्वीराज चौहान अजमेर ओर दिल्ली के सिंघासन पर बैठे थे । अल्प आयु में ही इन्होंने पहले गुजरात के नवाबो से अपनी सीमा सुरक्षित की उसके पश्चयात पश्चिमी लुटेरे मुहम्मद गौरी से 17 बार युद्ध मे परास्त किया । पूरे भारत मे इन्होंने हिन्दू राज्य की एकछत्र स्थापना की थी । रात्रि में निंद्रा में हुवे हमले में पकड़े जाने और दोनों आंखे निकाल देने के बाद भी पृथ्वीराज चौहान ने हार नही मानी एवं शब्दभेदी ण चलाकर लुटेरे गौरी का अंत किया था । Top 10 Rajput Warrior

Note : भारत के इतिहास में सैकड़ों क्षत्रिय राजपूत वीर योद्धा हुवे है, जिन्होंने कभी अपने दुश्मन से हार नही मानी थी । हमने यहाँ केवल अपनी Top 10 Rajput Warrior की एक लिस्ट बनाई है, केवल पाठकों तक जानकारी साझा करने हेतु । इसमें कोई विवाद और त्रुटि हो तो हमे जरूर सूचना दे ।